Health – Revive India https://reviveindia.in R Thu, 10 Sep 2020 10:54:34 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.6.2 मधुमेह के लिए हल्दी सर्वोत्तम है। टाइप 2 डायबिटीज के मरीज ऐसे करें इस्तेमाल https://reviveindia.in/turmeric-is-best-for-diabetic/ https://reviveindia.in/turmeric-is-best-for-diabetic/#respond Thu, 10 Sep 2020 10:54:34 +0000 https://reviveindia.in/hindi/?p=3446 भारत में डायबिटीज यानि मधुमेह की बीमारी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इस बीमारी का सबसे प्रमुख कारण गलत खान-पान और खराब जीवन शैली है। भारत में डायबिटीज से पीड़ित 25 वर्ष से कम आयु के हर चार लोगों में से एक को टाइप 2 मधुमेह है। इस बीमारी में खुद का सही से […]]]>

भारत में डायबिटीज यानि मधुमेह की बीमारी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इस बीमारी का सबसे प्रमुख कारण गलत खान-पान और खराब जीवन शैली है। भारत में डायबिटीज से पीड़ित 25 वर्ष से कम आयु के हर चार लोगों में से एक को टाइप 2 मधुमेह है। इस बीमारी में खुद का सही से ख्याल नहीं रखने पर व्यक्ति की हालात इतनी बिगड़ सकती है कि उसकी जान भी जा सकती है। ऐसे में मधुमेह रोगियों को अपने खानपान को लेकर बेहद सतर्क रहना चाहिए। मरीजों को अपनी डाइट में उन फूड्स को शामिल करना चाहिए जो प्राकृतिक रूप से ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि कैसे हल्दी है डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद-

कर्क्यूमिन है असरदार:हल्दी में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो मधुमेह से लड़ने में मदद करते हैं। हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व पाया जाता है जिसे एंटी-डायबिटिक के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। डायबिटीज को कंट्रोल करने में हल्दी का सेवन लाभदायक सिद्ध होता है। इसके अलावा, हल्दी में पाया जाने वाला ओमेगा -3 फैटी एसिड्स सूजन को कम करने में भी मददगार है।

कोलेस्ट्रॉल को करे कंट्रोल: ब्लड शुगर बढ़ने का एक बड़ा कारण हाई कोलेस्ट्रॉल भी होता है। हल्दी में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। साथ ही कर्क्यूमिन एथेरोस्क्लेरोसिस होने से बचाता है। बता दें कि इस स्थिति में व्यक्ति की धमनियां सख्त और छोटी होने लगती है। हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करते हैं।

इम्युनिटी बढ़ाने में मददगार:डायबिटीज के मरीजों की इम्युनिटी दूसरों की तुलना में कमजोर होती है। इस कारण उन्हें दूसरी बीमारियों की चपेट में आने का खतरा भी अधिक होता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार रोजाना कम से कम 1 ग्राम हल्दी का सेवन करने से इम्युन सिस्टम मजबूत होता है। हल्दी एक बेहतरीन फ्लू फाइटर है, इसमें एंटी-वायरल और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं।

चोट और घाव से मिलता है आराम:मधुमेह रोगियों के शरीर में ब्लड शुगर की मात्रा अधिक होने के कारण उन्हें आए दिन घाव और सूजन की परेशानी हो जाती है। पुराने जमाने से ही चोट, जख्म, सूजन और घाव के उपचार में हल्दी का इस्तेमाल प्रचलित है। हल्दी का पेस्ट लगाने से कई घाव तुरंत ठीक हो जाते हैं।

हल्दी दूध होगा फायदेमंद:रात को सोते समय हल्दी वाला दूध पीना किसी अमृत से कम नहीं माना जाता है क्योंकि सोते समय बॉडी खुद को रीस्टोर करती है। रोजाना हल्दी दूध पीने से शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थ नष्ट हो जाते हैं जिससे इंफेक्शन होने का खतरा कम हो जाता है। यह ना केवल आपको बेहतर नींद लाने में मदद करता है, बल्कि आपको तरोताजा और अधिक ऊर्जावान बनाने में भी मदद करता है।

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रोजाना पीएं बादाम का दूध, बूस्‍ट होगी इम्‍यून‍िटी और होंगे ये फायदे https://reviveindia.in/health-benefits-of-almond-milk/ https://reviveindia.in/health-benefits-of-almond-milk/#respond Thu, 10 Sep 2020 01:52:07 +0000 https://reviveindia.in/hindi/?p=3438 बादाम दूध पीने में जि‍तना स्वादिष्ट लगता है उतना ही हेल्दी भी होता है। दूध औऱ बादाम के न्यूट्रिशन शरीर के ल‍िए काफी फायेदमंद होते हैं। बादाम का दूध पीने से दूध में मौजूद प्रोटीन, विटामिन डी और कैल्शियम का फायदा मिलता है। वहीं, बादाम के पोषक में मौजूद हेल्दी फैट्स, विटामिन ई और विटामिन […]]]>
बादाम दूध पीने में जि‍तना स्वादिष्ट लगता है उतना ही हेल्दी भी होता है। दूध औऱ बादाम के न्यूट्रिशन शरीर के ल‍िए काफी फायेदमंद होते हैं। बादाम का दूध पीने से दूध में मौजूद प्रोटीन, विटामिन डी और कैल्शियम का फायदा मिलता है। वहीं, बादाम के पोषक में मौजूद हेल्दी फैट्स, विटामिन ई और विटामिन बी 12 शरीर का पोषण करते हैं और इम्यून सिस्टम को भी काम करने में मदद करते हैं। आइए जानते है इसे पीने के फायदों के बारे में।
बादाम दूध की रेसिपी
हेल्दी बादाम का दूध बनाने के लिए एक गिलास दूध को आंच पर उबलने रखें। इसमें, 6-7 पीसे हुए बादाम या बादाम का पाउडर मिलाएं। इसे 5-10 मिनट के लिए उबलने दें। फिर, इस दूध में स्वाद के अनुसार मीठा मिलाएं। अगर, गुड़ या शहद मिलाना चाहते हैं तो, दूध को आंच से उतारने के बाद मिलाएं वरना दूध फट सकता है।
प्री वर्कआउट ड्रिंक
जो लोग डेली रुटीन में ज‍िम जाते है। उन्हें बादाम का दूध पीना चाहिए। जैसा कि बादाम और दूध बहुत पौष्टिक होते हैं। इसीलिए, इनके सेवने से आपको बॉडी टोन अप करने और मसल्स बिल्ड में मदद होती है। इसे पीने से भी एनर्जी मिलती है। इसीलिए, वर्कआउट से एक घंटा पहले बादाम वाला दूध पीएं।

आंखों की रोशनी बढ़ती है
रोज़ाना बादाम वाला दूध पीने से से आंखों की रोशनी तेज होती हैं। क्योंकि इसमें काफी मात्रा में विटामिन ए होता है जो आंखों के लिए बेहद जरूरी होता है। हर रोज इसका सेवन करने से आंखों की रोशनी बढ़ती है।
वेट लॉस में मददगार
बादाम वाला दूध पीएंगे तो इससे आपका वेट लॉस भी होगा। रात में सोने से पहले बादाम का दूध पीएं। गुनगुना दूध पीने से तनाव भी कम होगा, अच्छी नींद आएगी और साथ ही वेट लॉस भी होगा
दिमाग को बनाएं तेज
बादाम को हमेशा से ही दिमाग के लिए काफी अच्छा माना जाता है। बादाम में मौजूद प्रोटीन ब्रेन सेल्स को रिपेयर करता है और ब्रेन फंक्शन को बेहतर बनाता है। इसलिए रोजाना दूध में बादाम मिलाकर पीएं। इससे आपकी याददाश्त, सोचने-समझने व फैसले लेने की शक्ति कई गुना बढ़ जाएगी।

हड्डियां मज़बूत बनती हैं
कैल्शियम की कमी से कई लोगों की हड्डियां कमज़ोर होने लगती हैं। खासकर, उम्र बढ़ने के साथ हड्डियां को अधिक कैल्शियम की ज़रूरत पड़ती है। जिससे जोड़ों में दर्द की परेशानी हो जाती है। ऐसे में हर रोज बादाम दूध पीना चाहिए जिससे हड्डियां मजबूत होती है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ेगी।
हृदय बनेगा हेल्दी
बादाम के दूध का सेवन करने से आपका हार्ट हेल्दी बनता है। दरअसल, बादाम के दूध में विटामिन-ए और विटामिन-ई पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। यह पोषक तत्व कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोकने में मदद करते हैं। जिसके कारण आपका हृदय स्वस्थ रहता है। 

Courtesy: Boldsky
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स्वस्थ शरीर है सबसे बड़ा खजाना ! https://reviveindia.in/%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%b5%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a5-%e0%a4%b6%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%b0-%e0%a4%b9%e0%a5%88-%e0%a4%b8%e0%a4%ac%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a5%9c%e0%a4%be-%e0%a4%96%e0%a4%9c/ https://reviveindia.in/%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%b5%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a5-%e0%a4%b6%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%b0-%e0%a4%b9%e0%a5%88-%e0%a4%b8%e0%a4%ac%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a5%9c%e0%a4%be-%e0%a4%96%e0%a4%9c/#respond Mon, 26 Feb 2018 11:23:20 +0000 http://jaimasih.com/?p=2244 आधुनिक जीवन शैली की तेज रफ्तार एवं भागदौड़ भरी जिंदगी में सेहत का विषय बहुत पीछे रह गया है और नतीजा यह निकला की आज हम युवावस्था में ही ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, ह्रदय रोग, कोलेस्ट्रोल, मोटापा, गठिया, थायरॉइड जैसे रोगों से पीड़ित होने लगे हैं जो कि पहले प्रोढ़ावस्था एवं व्रद्धावस्था में होते थे और इसकी सबसे बड़ी वजह है खान पान और रहन सहन की गलत आदतें, आओ हम सेहत के इन् नियमों का पालन करके खुद भी स्वस्थ रहे तथा परिवार को भी स्वस्थ रखते हुए अन्य लोगों को भी अच्छे स्वास्थय के लिए जागरूक करें ताकि एक स्वस्थ एवं मजबूत समाज और देश का निर्माण हो,क्योंकि कहा भी गया है-पहला सुख निरोगी काया l]]>

आधुनिक जीवन शैली की तेज रफ्तार एवं भागदौड़ भरी जिंदगी में सेहत का विषय बहुत पीछे रह गया है और नतीजा यह निकला की आज हम युवावस्था में ही ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, ह्रदय रोग, कोलेस्ट्रोल, मोटापा, गठिया, थायरॉइड जैसे रोगों से पीड़ित होने लगे हैं जो कि पहले प्रोढ़ावस्था एवं व्रद्धावस्था में होते थे और इसकी सबसे बड़ी वजह है खान पान और रहन सहन की गलत आदतें, आओ हम सेहत के इन् नियमों का पालन करके खुद भी स्वस्थ रहे तथा परिवार को भी स्वस्थ रखते हुए अन्य लोगों को भी अच्छे स्वास्थय के लिए जागरूक करें ताकि एक स्वस्थ एवं मजबूत समाज और देश का निर्माण हो,क्योंकि कहा भी गया है-पहला सुख निरोगी काया l

भोजन हो संतुलित- घी,तैल से बनी चीजें जैसे पूड़ी,पराँठे,छोले भठूरे,समोसे कचौड़ी,जंक फ़ूड,चाय,कॉफी ,कोल्ड ड्रिंक का ज्यादा सेवन सेहत के लिए घातक है इनका अधिक मात्रा में नियमित सेवन ब्लड प्रेशर ,कोलेस्ट्रोल,मधुमेह,मोटापा एवं हार्ट डिजीज का कारण बनता है तथा पेट में गैस,अल्सर,ऐसीडिटी,बार बार दस्त लगना,लीवर ख़राब होना जैसी तकलीफें होने लगती हैं इनकी बजाय खाने में हरी सब्जियां,मौसमी फल,दूध,दही,छाछ,अंकुरित अनाज और सलाद को शामिल करना चाहिए जो की विटामिन,खनिज लवण,फाइबर,एव जीवनीय तत्वों से भरपूर होते हैं और शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं l

चीनी एवं नमक का अधिक मात्रा में सेवन ना करें,ये डायबिटीज,ब्लड प्रेशर,ह्रदय रोगों का कारण हैं l

बादाम,किशमिश,अंजीर,अखरोट आदि मेवा सेहत के लिए बहुत लाभकारी होते हैं इनका सेवन अवश्य करें

पानी एवं अन्य लिक्विड जैसे फलों का ताजा जूस,दूध,दही,छाछ,नींबू पानी,नारियल पानी का खूब सेवन करें,इनसे शरीर में पानी की कमी नहीं हो पाती,शरीर की त्वचा एवं चेहरे पर चमक आती है,तथा शरीर की गंदगी पसीने और पेशाब के दवारा बाहर निकल जाती है l

व्यायाम का करें नियमित अभ्यास– सूर्योदय से पहले उठकर पार्क जाएं,हरी घास पर नंगे पैर घूमें,दौड़ लगाएं,वाक करें,योगा,प्राणायाम करें,इन उपायों से शरीर से पसीना निकलता है,माँस पेशियों को ताकत मिलती है,शरीर में रक्त का संचार बढ़ता है,अनेक शारीरिक एवं मानसिक रोगों से बचाव होता है,पूरे दिन भर बदन में चुस्ती फुर्ती रहती है,भूख अच्छी लगती है इसलिए नियमित रूप से व्यायाम अवश्य करें l

गहरी नींद भी है जरुरी -शरीर एवं मन को स्वस्थ रखने के लिए प्रतिदिन लगभग 7 घंटे की गहरी नींद एक वयस्क के लिए जरुरी है,लगातार नींद पूरी ना होना तथा बार बार नींद खुलना,अनेक बीमारियों का कारण बनता हैl

अच्छी नींद के लिए ये उपाय करें- सोने का कमरा साफ सुथरा,शांत एवं एकांत में होना चाहिए,रात को अधिकतम 10-11 बजे तक सो जाना और सुबह 5-6 बजे तक उठ जाना स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है,सोने से पहले शवासन करने से अच्छी नींद आती है,खाना सोने से 2-3 घंटे पहले कर लेना चाहिए एवं शाम को खाना खाने के बाद 20-25 मिनट अवश्य घूमें l

टेंशन को कहें बाय बाय – रोज मर्रा की जिंदगी में आने वाली समस्यों के लिए चिंतन करना सही है चिंता करना नहीं,चिता तो फिर भी मरने के बाद शरीर को जलाती है किन्तु लगातार अनावश्यक चिंता जीते जी शरीर को जला देती है इसलिए तनाव होने पर भाई,बंधू एवं विश्वास पात्र मित्रों से सलाह मश्वरा करें यदि समस्या फिर भी ना सुलझे तो विशेषज्ञ से राय लें l

नशे से रहें बच के- यूवा पीढ़ी के लिए कोई सबसे खतरनाक बीमारी है तो वो है नशे के जाल में फँसना,शराब,धूम्रपान,तम्बाकू ये सब सेहत के दुश्मन हैं,किसी भी स्थिति में नशे की लत से बचें,यदि नशे से बचे हुए हैं तो बहुत अच्छा किन्तु,यदि कोई नशा करते हैं तो जितनी जल्दी नशे से दुरी बना लें उतना ही अच्छा है,ये ऐसी बीमारी है जो कैंसर और एड्स से भी ज्यादा खतरनाक है और एकसाथ कई परिवारों को बर्बाद करती है तथा शारीरिक,मानसिक,आर्थिक एवं सामाजिक प्रतिष्ठा के नाश का कारण बनती है,इसलिए नशे से बचना ही बेहतर उपाय हैl

स्वास्थय के ऊपर बताये हुए नियमों का पालन अवश्य करें क्योकि कहा भी गया है- हैल्थ इज वैल्थ l

 

 

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दिल को रखना है लंबे समय तक स्वस्थ, तो याद रखिये ये 7 बातें https://reviveindia.in/seven-tips-for-lifelong-healthy-heart/ https://reviveindia.in/seven-tips-for-lifelong-healthy-heart/#respond Sun, 25 Feb 2018 12:08:51 +0000 http://jaimasih.com/?p=2402   दिल शरीर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। आजकल अस्वस्थ खान-पान की वजह से बहुत सारे लोगों को कम उम्र में ही दिल की बीमारियां हो रही हैं। दिल की बीमारियां इसलिए गंभीर मानी जाती हैं कि इनमें रोगी को अक्सर संभलने और रोग के निदान का समय नहीं मिलता है। इन बीमारियों में हार्ट […]]]>

 

दिल शरीर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। आजकल अस्वस्थ खान-पान की वजह से बहुत सारे लोगों को कम उम्र में ही दिल की बीमारियां हो रही हैं। दिल की बीमारियां इसलिए गंभीर मानी जाती हैं कि इनमें रोगी को अक्सर संभलने और रोग के निदान का समय नहीं मिलता है। इन बीमारियों में हार्ट अटैक, हार्ट फेल्योर, हार्ट ब्लॉक आदि प्रमुख हैं। दिल की ज्यादातर बीमारियों से बचा जा सकता है अगर कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें। आइये जानते हैं कि किन बातों को अपनाकर आप अपने दिल को रख सकते हैं लंबे समय तक स्वस्थ।

जीवनशैली बदलें

नियमित व्‍यायाम और स्‍वस्‍थ खान-पान के जरिये ही दिल को स्‍वस्‍थ रखा जा सकता है। ऐसे आहार का सेवन कीजिए जिसमें मोनोसैचुरेटेड और पॉलीसैचुरेटेड फैट हो, यह शरीर एलडीएल यानी बुरे कोलेस्‍ट्रॉल की मात्रा को कम कर दिल को स्‍वस्‍थ रखता है। खानपान के अलावा नियमित रूप से व्‍यायाम दिल को स्‍वस्‍थ रखने में मदद करता है। अधिक फास्टफूड, तेल-मसाले और तले-भुने खानों को खाने से बचें।

तनाव से बचें

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी के कारण हर इंसान परेशान नजर आता है। दफ्तर हो या परिवार, इंसान किसी न किसी वजह से तनाव में घिरा रहता है। लेकिन, तनाव आपके हृदय के लिए बिल्कुल अच्छा नहीं। इसलिए तनाव मुक्त रहने की कोशिश करें। तनाव से हमारा ब्लड प्रेशर प्रभावित होता है और ब्लड प्रेशर से हमारा दिल इसलिए दिल के रोगों से अगर दूर रहना है तो तनाव को छोड़ना होगा।

 

 

ब्लड प्रेशर पर रखें नजर

ब्लड प्रेशर दिल की परेशानियों की बड़ी वजह है। अगर आपके शरीर में खून अच्छी तरह सभी अंगों में प्रवाहित हो रहा है तो ज्यादातर रोगों की संभावना कम हो जाती है। अपने ब्लड प्रेशर को 120/80 एमएमएचजी के आसपास रखें। ब्लड प्रेशर विशेष रूप से 130/ 90 से ऊपर आपके ब्लॉकेज (अवरोध) को दुगनी रफ्तार से बढ़ाएगा। इसको कम करने के लिए खाने में नमक का कम इस्तेमाल करें और जरुरत पड़े तो हल्की दवाएं लेकर भी ब्लड प्रेशर को कम किया जा सकता है।

वजन पर कंट्रोल रखें

वजन बढ़ने से दिल की बीमारियों के साथ-साथ अन्य कई बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है इसलिए अगर आपको स्वस्थ रहना है तो अपना वजन हमेशा कंट्रोल में रखें। आपका बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) 25 से नीचे रहना चाहिए। इसकी गणना आप अपने किलोग्राम वजन को मीटर में अपने कद के स्क्वेयर के साथ घटाकर कर सकते हैं। तेल के परहेज और निम्न रेशे वाले अनाजों तथा सलादों के सेवन द्वारा आप अपने वजन को नियंत्रित कर सकते हैं।

फाइबरयुक्त आहार का सेवन करें

स्वस्थ हृदय के लिए फाइबरयुक्त और रेशेदार भोजन का सेवन करें। भोजन में अधिक सलाद, सब्जियों तथा फलों का प्रयोग करें। इसके अलावा ड्राई फ्रूट्स को भी रोज के आहार में शामिल कीजिए। ये आपके भोजन में रेशे और एंटी ऑक्सीडेंट्स के स्रोत हैं और एचडीएल या गुड कोलेस्ट्रोल को बढ़ाने में सहायक होते हैं। इससे आपकी पाचन क्षमता भी अच्छी बनी रहती है।

ब्लड शुगर को न बढ़ने दें

डायबिटीज यानि ब्लड में शुगर की मात्रा भी दिल की बीमारियों की एक बड़ी वजह है। अगर आप डायबिटीज से पीड़ित हैं तो शुगर को नियंत्रण में रखें। आपका फास्टिंग ब्लड शुगर 100 एमजी/ डीएल से नीचे होना चाहिए और खाने के दो घंटे बाद उसे 140 एमजी/ डीएल से नीचे होना चाहिए। व्यायाम, वजन में कमी, भोजन में अधिक रेशा लेकर तथा मीठे भोज्य पदार्थों से बचते हुए डायबिटीज को खतरनाक न बनने दें। अगर जरूरत परे तो हल्की दवाओं का सेवन करना चाहिए।

व्यायाम भी है जरूरी

हृदय रोगों का खतरा कम करने के लिए ज़रूरी है उच्च रक्तचाप, उच्च कॅालेस्ट्राल के स्तर को कम करना, जिससे गंभीर रोगों की संभावना भी कम की जा सके। स्वस्थ हृदय के लिए व्यायाम बेहद बहुत ही आवश्यक है। प्रतिदिन थोड़ी देर टहलकर भी आप अपने वजन को नियंत्रित रख हृदय को स्वस्थ रख सकते हैं। इसलिए जिम जायें, जागिंग करें और जितना हो सके चलने का प्रयास करें।

 

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